गौ संवर्धन
गौ संवर्धन
मानस योग सेवा ट्रस्ट प्राकृतिक खेती और देशी गौवंश के संरक्षण में सक्रिय रूप से कार्यरत है, जो एक-दूसरे के पूरक हैं। ट्रस्ट ने 25 गायों से गौ-पालन की शुरुआत की थी और आज इनकी संख्या लगभग … तक पहुँच गई है।
आदर्श प्राकृतिक गौशाला
ट्रस्ट की गौशाला लगभग … एकड़ भूमि में फैली हुई है और इसे प्राकृतिक शैली में बनाया गया है। छत चावल के भूसे से तैयार की गई है, तथा गायों के लिए पर्याप्त वायु, प्रकाश और स्थान का विशेष ध्यान रखा जाता है। दुग्ध उत्पादन, गर्भवती गायों और वृद्ध गायों के लिए अलग-अलग बाड़े बनाए गए हैं तथा पीने के पानी के लिए हौज की व्यवस्था की गई है। ट्रस्ट की खेतों में हरा चारा भी प्राकृतिक रूप से उगाया जाता है।
बछड़ों का उपयोग
मानस योग सेवा ट्रस्ट का उद्देश्य उच्च दुग्ध उत्पादन करनेवाले सांडों का संवर्धन करना है। हमारी गौशाला में उन्नत सांडों से उच्च मात्रा में दूध देने वाली गायों का उत्पादन करवाया जाता है और इनके बछड़ों को उत्कृष्ट सांड के रूप में विकसित किया जाता है। इन सांडों को ज़रूरतमंद गाँवों और गौशालाओं को निःशुल्क दिया जाता है। इसी तरह, कम दूध देने वाली गायों के बछड़ों को बैल के रूप में प्रशिक्षित किया जाता है और ज़रूरतमंद किसानों को निःशुल्क दिए जाते हैं। ट्रस्ट ने ‘आधुनिक बैलगाड़ी’ और ‘बैलचालित ट्रैक्टर’ भी विकसित किए हैं, ताकि समाज में बैलों का अधिक से अधिक उपयोग हो सके।
गौशाला की आत्मनिर्भरता
मानस योग सेवा ट्रस्ट गौशाला में उत्पादित दूध को रिटेल मार्केटिंग के माध्यम से बेचता है। प्रतिदिन … से … लीटर तक दूध माधापर गाँव की दुकान और कुकमा गौशाला में बेचा जाता है। ट्रस्ट गाय के गोबर और गोमूत्र के उचित उपयोग पर भी बल देता है। गोबर से कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट, बायोगैस स्लरी खाद आदि तैयार की जाती हैं।
सामाजिक उत्तरदायित्व
मानस योग सेवा ट्रस्ट सामाजिक उत्तरदायित्व भी निभाता है। ट्रस्ट निम्नलिखित गतिविधियों में शामिल है:
- ज़रूरतमंद गाँवों को उच्च गुणवत्ता वाले सांड निःशुल्क उपलब्ध कराना
- किसानों को खेती के लिए बैल निःशुल्क देना
- गोबर और गोमूत्र के लिए गाय निःशुल्क प्रदान करना
- जैविक किसानों को सब्सिडी दर पर गोबर और गोमूत्र उपलब्ध कराना
- औषधीय उपयोग के लिए गोमूत्र सब्सिडी दर पर वितरित करना
गौवंश का महत्त्व
गौवंश भारत की अर्थव्यवस्था और संस्कृति की आधारशिला है। वे मानव स्वास्थ्य, पारिस्थितिक संतुलन और अर्थव्यवस्था के स्तंभ हैं। गायों के संपर्क में रहने से आनंद का स्तर भी बढ़ता है। वैज्ञानिकों ने प्रमाणित किया है कि गोमूत्र में स्वर्ण के सूक्ष्म-कण होते हैं, जो मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी हैं।
गौ माता की महिमा
गौ माता सनातन धर्म संस्कृति का अभिन्न स्तंभ है। इसलिए सभी संप्रदायों और समुदायों को गौवंश का महत्त्व समझना चाहिए और गौ संरक्षण एवं संवर्धन में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। मानस योग सेवा ट्रस्ट अपने गौ-पालन के माध्यम से इस ज़िम्मेदारी को पूरा करने का प्रयास कर रहा है।