प्राकृतिक चिकित्सा के लाभ
स्वास्थ्य और प्राकृतिक चिकित्सा
शुद्ध पर्यावरण का महत्त्व
वायु, जल और आहार जीवन के मूलभूत घटक हैं, लेकिन शहरीकरण और प्रकृति की उपेक्षा के चलते इनकी शुद्धता कम होती जा रही है। हमारी पारंपरिक जीवनशैली सदैव प्रकृति के साथ तालमेल में रही है, जहाँ ऋतुओं के नियमों और दैनिक दिनचर्या का पालन हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग था। वर्तमान समय में, लोग ऋतु परिवर्तन को समझने में कठिनाई महसूस करते हैं, जिसके कारण समाज में रोगों की बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे परिप्रेक्ष्य में स्वास्थ्य का महत्त्व बहुत अधिक हो गया है। इसे ध्यान में रखते हुए, मानस योग सेवा ट्रस्ट स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को आगे ले जाने के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है।
प्राकृतिक परिवेश का प्रभाव
मानस योग सेवा ट्रस्ट के प्राकृतिक परिवेश का स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ता है। परिसर में नीम, करंज, शमी जैसे हजारों औषधीय वृक्ष और पौधे लगे हुए हैं। यहाँ की इमारतें वैदिक सीमेंट व अन्य प्राकृतिक सामग्रियों से बनी हैं, जो सुखद एवं शांत वातावरण का निर्माण करती हैं। जो भी व्यक्ति प्रशिक्षण या निवास के लिए यहाँ आता है, उसके स्वास्थ्य में सुधार होता है।
पंचगव्य चिकित्सा सेवाएँ
ट्रस्ट पंचगव्य पर आधारित चिकित्सा व्यवस्था प्रदान करता है, जिसमें आयुर्वेद और गाय के गोबर एवं गोमूत्र शामिल हैं। अनुभवी विशेषज्ञ निःशुल्क चिकित्सा सेवाएँ देते हैं, जिसके लिए आसपास के बहुत से लोग उपचार प्राप्त करने आते हैं।
शारीरिक समस्याओं के समाधान
मांसपेशियों में खिंचाव या नसों में सूजन जैसी शारीरिक समस्याओं के लिए यहाँ गुआ-शा (Gua Sha) जैसी मसाज पद्धतियों का उपयोग किया जाता है, जिससे रोगियों को राहत मिलती है।
औषधियों का निर्माण
हम पंचगव्य आधारित विभिन्न प्रकार की औषधियाँ निर्मित करते हैं। इनमें कुछ बीमारियों को रोकने में मदद करती हैं और कुछ उनके उपचार में सहायता करती हैं। गाय को चलते-फिरते औषधालय की संज्ञा दी जाती है और उसका पंचगव्य अमृत तुल्य माना जाता है।
दैनिक उपयोगी उत्पाद
ट्रस्ट स्वास्थ्य-वर्धक उत्पाद भी तैयार करता है, जिनमें साबुन, गोबर से निर्मित टूथपेस्ट, और मसाज ऑयल शामिल हैं, जो दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
औषधीय पौधों का संरक्षण
स्वास्थ्य के महत्त्व को समझते हुए, ट्रस्ट ने कच्छ की जलवायु में पनपने वाले कई औषधीय पौधों को संरक्षित किया है, जिनमें ग्लिरिसिडिया, अश्वगंधा और जामुन शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, “हर घर हर्बल गार्डन” की अवधारणा के अंतर्गत तुलसी, गिलोय और मोरिंगा जैसे पौधों का निःशुल्क वितरण किया जाता है।
अग्निहोत्र का महत्त्व
परिसर में प्रतिदिन अग्निहोत्र किया जाता है, जो आसपास के पूरे क्षेत्र के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है।
समग्र स्वास्थ्य की दृष्टि
हमारा मानना है कि व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर किए गए बहुआयामी प्रयासों से हम न केवल अनेक रोगों से स्वयं को बचा सकते हैं, बल्कि बीमार पड़ने पर कम खर्च में आयुर्वेद जैसी विभिन्न भारतीय चिकित्सा प्रणालियों का लाभ उठाकर स्वस्थ भी हो सकते हैं। भारतीय स्वास्थ्य की इस परिकल्पना को आगे बढ़ाने में मानस योग सेवा ट्रस्ट अपनी अहम भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है।